पैसा “एक खोज’ सीखें, समझें और धनवान बनें
दुनिया भर में लोग पैसा कैसे कमाते हैं? पैसे पर संपूर्ण चर्चा होगी!
✔️ पैसे का प्रवाह :
आपने कभी सोचा है की पूरी दुनिया भर के लोगों के पास पैसा कैसे आधार पर आता है ? पैसे के रहस्य को क्या कभी जानने का प्रयास किया है? पूरी दुनिया में फैला पैसा किस आधार पर लोगों को गरीब और अमीर बनाता है? पैसे की इस संपूर्ण यात्रा को जानने के बाद आपको सारा खेल समझ में आ जाएगा।
✔️पैसे की कुंडली : पैसों की पड़ताल –
आज हम पैसे की कुंडली के स्पष्टीकरण की दिशा में अगले कुछ कदम बढ़ाते हैं। यह विशेष चर्चा वित्तीय सफलता के मार्ग को समझने में मदद कर सकती है। हमने एक विशेष नक्शा तैयार किया है जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं।
इस प्रक्रिया को समझने के लिए, “ तीन श्रेणियाँ तय की हैं, जो कि अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।“ इन श्रेणियों में किसी भी प्रकार के जोड़-तोड की अनुमति नहीं है, क्योंकि ऐसा करने से समझने में कठिनाई हो सकती है। हमने इस निर्देश को सुनिश्चित किया है कि आप इसे सही ढंग से समझ सकें।
✔️प्रथम श्रेणी :
🎯 बीज बनाना/केंद्र का निर्माण करना/उत्पति करना –
जब किसी वस्तु, उत्पाद, सेवा, या सुविधा का पहली बार निर्माण होता है, तो उसे हम आविष्कार के रूप में जानते हैं। इसका मतलब है कि जिसने इसे बनाया है, वही इसका मालिक भी होता है।
उदाहरण के रूप में, माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को आविष्कार किया और इसका मालिक भी बना। इसी तरह, गूगल ने अपनी खोज इंजन विकसित की और उसका मालिक भी बना। यही नए विचारों और नवाचारों का प्रेरणास्त्रोत है, जो समाज में नई प्रगति और विकास की दिशा में अहम योगदान करते हैं।
🎯नए बीज का निर्माण करें।
अपने चारों ओर देखोगे तो पाओगे की पूरी दुनिया पहली बार बनाई गई वस्तुयों के इर्द-गिर्द रहीं हैं।
🎯जोड़ना/बदलाव करना :
जब हम किसी पहली बार बनाई गई वस्तु में बदलाव करते हैं या उसमें कुछ जोड़ते हैं, तो उसे और भी उपयोगी बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। इससे नया और बेहतर संस्करण उत्पन्न होता है, जो आवश्यकताओं को और अधिक सम्मान देता है।
उदाहरण के रूप में – साइकल का अनेकों ब्रांड, कपड़ों का अनेकों ब्रांड/रूप, पेन का अनेकों ब्रांड, इत्यादि
सभी स्त्रोतों का केंद्र विज्ञान एक ही है किन्तु रूप भिन्न हैं।
जब हम अपने चारों ओर देखते हैं, तो हमें यह मिलता है कि एक वस्तु के कई रूप हो सकते हैं, जिनमें व्यक्तियों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं और पसंदों को समाहित किया जा सकता है। इस प्रकार, सामान्य चीजों में नईतम उत्पादों या सेवाओं का निर्माण करने से उन्हें उच्च गुणवत्ता और अधिक उपयोगी बनाया जा सकता है।
• अपने चारों ओर देखोगे तो पाओगे की एक वस्तु के कई रूप है।
🎯सहयोगी होना :
निर्माण वस्तु के साथ सहयोग करना, निर्माण की गई वस्तु के साथ ऐसी वस्तु का जोड़ना जिससे उस वस्तु मे कुछ वैल्यू ऐड हो सकें।
उदाहरण के रूप में, गूगल का होना लेकिन गूगल पर अनेकों पार्ट्स होते है, गूगल केवल एक पेज है लेकिन गूगल इस रूप मे है उसका कारण है हजारों ऐसे सहयोगी का होना जिससे गूगल को हम इस रूप मे देख पा रहें है, चाहे वेबसाईट का होना या फिर डोमेन का होना, बोट्स का होना, सर्वर का होना, गिनना मुस्किल है जिसके गड़जोड़ से गूगल इस रूप मे है। कार केवल बॉडी नहीं है कार बहुत सी वस्तुओ के सहयोग से बनी हैं। पेन का होना, पेन मे भी बहुत से तत्व ऐड है जिस कारण पेन को हम इस रूप मे देखते हैं।
• बनी-बनाई वस्तु मे ऐड ऑन करना।
• अपने चारों ओर देखोगे तो पाओगे की छोटी वस्तु से लेकर बड़ी वस्तु मे बहुत से तत्व जुड़े हुए होती है।
🎯वैसे का वैसा ही :
बाजार में, जब हम एक उत्पाद के लिए “कॉम्पटिशन” की बात करते हैं, तो हम देखते हैं कि पूरा बाजार उसी तरह के उत्पादों से भरा हुआ है जो समान या बहुत ही समान हो सकते हैं। इस संदर्भ में, एक उत्पाद को उसी रूप में प्रदर्शित करना और उसके लिए एक वैसा ही आल्टरनेटिव प्रस्तुत करना।
उदाहरण के रूप में, टिकट बुक करने वाली कॉम्पनियों का काम एक ही होता है, डिजिटल मार्केटिंग करने वाली कॉम्पनियों का काम एक ही होता है, कहने से अभिप्राय है – पहले से ही उपलब्धता का व्यपारिक रूप देना।
• अपने चारों ओर देखोगे तो पाओगे की एक ही तरह की हजारों दुकाने हैं { सांकेतिक अर्थ को समझे }
🎯उस किस्म का नया बीज तयार करना:
प्रमुख निर्मित वस्तु का अलग से/अलग रूपांतरण करना, पहले से ही उपलब्धता को किसी दुसरें रूप मे अभिव्यक्त करना।
✔️द्वितीय श्रेणी :
🎯नौकरी :
दुनियाभर के अधिकांश लोग नौकरी से पैसे कमाते कमाते हैं, नौकरी किस पोस्ट पर है उस आधार पर पैसे मिलते हैं।
🎯Skill/ज्ञान :
दुनियाभर के अधिकांश लोग ज्ञान के आधार पर पैसे कमाते हैं, स्किल मे कितने एक्सपर्ट है ओर क्षेत्र कौन-सा है उस आधार पर पैसे मिलते हैं।
🎯व्यापार :
दुनियाभर के अधिकांश लोग व्यापार के माध्यम से पैसे कमाते हैं, व्यापार किस तरह का है उस आधार पर पैसे मिलते हैं।
🎯खोज :
खोज करना, ओर समाननीय विज्ञानिकों का उलेख है।
✔️तृतीय श्रेणी :
🎯Transportation{सभी तरह के साजो-सामानों का आदान-प्रदान करना? ग़ैर/ग़ैर ज़रूरी } :
अधिकांश लोग इस तरह के फील्ड से जुड़कर पैसा कमाते हैं, मालिक है या नौकरी करने वाले है, इस आधार पर पैसे मिलते हैं।
🎯सर्विसेज़ :
जिस प्रकार ट्रैन्स्पर्टैशन का होना जरूरी है उसी प्रकार किसी सुविधा या सर्विस का होना भी इसका एक हिस्सा हैं, अधिकांश लोग किसी तरह की सर्विसेज़ देकर पैसा कमाते हैं, सर्विस किस तरह की है उस आधार पर पैसा मिलता हैं।
🎯सरकार :
सरकारी कामकाज से जुड़कर अधिकांश लोग पैसे कमाते हैं।
🎯धार्मिक :
जैसे स्थलों, चीजों से जुड़कर पैसा कमाना।
इस ब्लॉग मे बताए गई सभी पहलुओ को अपने हिस्साब से दुनियाभर मे चल रहें तरीकों से मैच करके देखे, अगर इससे बाहर का कुछ मिलता है तो जरूरी सूचित करें।
इस चर्चा को विडिओ के माध्यम से समझाना आसान है, इसके लिए क्षमा चाहता हूँ।
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